बीएड नया नियम 2025: अब सिर्फ 1 साल में बन सकेंगे शिक्षक | शिक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला
B.Ed New Rules 2025: शिक्षक प्रशिक्षण में बड़ा बदलाव
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) और शिक्षा मंत्रालय ने 2025 से शिक्षक प्रशिक्षण (Teacher Training) के नियमों में बड़ा परिवर्तन किया है। इसका मुख्य उद्देश्य है — देश में अधिक संवेदनशील, योग्य और पेशेवर शिक्षक तैयार करना।
इस बदलाव के तहत पारंपरिक 2 वर्षीय B.Ed कोर्स को धीरे-धीरे खत्म कर 1 वर्षीय B.Ed कोर्स शुरू किया जाएगा। यह नया कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए होगा जिन्होंने पहले से ही 4 वर्षीय ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है।
बता दें, साल 2014 में 1 वर्षीय बीएड कोर्स को बंद कर दिया गया था, लेकिन अब इसे फिर से लागू करने का फैसला लिया गया है। वहीं जिन छात्रों के पास केवल 3 वर्षीय स्नातक डिग्री है, वे अभी भी 2 वर्षीय B.Ed कोर्स में दाखिला ले सकेंगे।
अब सिर्फ 1 साल में होगा B.Ed कोर्स पूरा
NCTE के अनुसार, शिक्षक बनना केवल डिग्री हासिल करने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एक गहन सीखने और समझने की प्रक्रिया है।
नया 1 वर्षीय बीएड कोर्स सत्र 2026–27 से शुरू किया जाएगा और इसे दो सेमेस्टर में बांटा गया है:
- पहला सेमेस्टर: शिक्षक सिद्धांतों और शैक्षणिक अवधारणाओं पर आधारित होगा।
- दूसरा सेमेस्टर: स्कूलों में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग यानी वास्तविक शिक्षण अनुभव पर केंद्रित होगा।
अंक पात्रता के लिए:
- सामान्य वर्ग (General) को न्यूनतम 50% अंक,
- EWS/OBC वर्ग को 45% अंक अनिवार्य होंगे।
इस कोर्स के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं रखी गई है, जिससे उम्मीदवारों को बड़ी राहत मिलेगी।
डबल कोर्स और इंटर्नशिप के नए नियम
अब B.Ed और D.El.Ed दोनों कोर्स में विद्यार्थियों को अधिक प्रोफेशनल ट्रेनिंग देने के लिए बदलाव किए गए हैं।
नए नियमों के अनुसार:
हर छात्र को कम से कम 6 महीने की स्कूल इंटर्नशिप करनी होगी।
यह इंटर्नशिप केवल मान्यता प्राप्त स्कूलों में ही की जा सकेगी।
इससे अभ्यर्थियों को वास्तविक कक्षा अनुभव, लेसन प्लानिंग, और कक्षा प्रबंधन कौशल में निपुणता मिलेगी।
यह कदम शिक्षकों की प्रायोगिक क्षमता और आत्मविश्वास दोनों को मजबूत करेगा।
अब सिर्फ NCTE मान्यता प्राप्त कॉलेज की डिग्री होगी मान्य
NCTE ने स्पष्ट किया है कि अब केवल मान्यता प्राप्त (Recognized) संस्थानों की डिग्री ही वैध मानी जाएगी।
गैर-मान्यता प्राप्त कॉलेजों से ली गई बीएड डिग्री अमान्य (Invalid) मानी जाएगी।
इसका उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना और फर्जी कॉलेजों पर रोक लगाना है।
साथ ही नए कोर्स में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड शामिल होंगे —
- थ्योरी क्लास ऑनलाइन,
- ट्रेनिंग और इंटर्नशिप ऑफलाइन स्कूलों में करवाई जाएगी
2030 से शिक्षक बनने के लिए ITEP कोर्स अनिवार्य
NCTE ने 4 वर्षीय ITEP (Integrated Teacher Education Programme) को भी मंजूरी दी है।
यह कोर्स स्नातक और बीएड दोनों को एक साथ जोड़ता है।
- इसका पहला बैच 2027 में पास आउट होगा।
- 2030 से शिक्षक भर्ती के लिए यह कोर्स अनिवार्य हो जाएगा।
वर्तमान में कुछ संस्थान ही यह कोर्स चला रहे हैं, और इसके लिए NTA प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) आयोजित कर रहा है।
ITEP एक समग्र कोर्स है जिसमें शिक्षक बनने की सभी बुनियादी और उन्नत क्षमताओं का विकास किया जाता है।
भारत में शिक्षक शिक्षा का नया युग
1 वर्षीय बीएड कोर्स की वापसी से भारत की शिक्षा व्यवस्था में एक नया अध्याय शुरू हो रहा है।
यह न केवल शिक्षक प्रशिक्षण की प्रक्रिया को तेज और आधुनिक बनाएगा, बल्कि शिक्षक पेशे को अधिक सम्मानजनक भी बनाएगा।
FAQs – बीएड नया नियम 2025 से जुड़े सवाल-जवाब
Q1. नया बीएड कोर्स कितने साल का होगा?
नया बीएड कोर्स 1 साल का होगा, जो 4 वर्षीय ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा कर चुके छात्रों के लिए लागू होगा।
Q2. क्या 2 वर्षीय बीएड कोर्स खत्म हो जाएगा?
हाँ, धीरे-धीरे 2 वर्षीय कोर्स को समाप्त किया जाएगा, लेकिन 3 वर्षीय स्नातक वाले छात्र इसे अभी कर सकेंगे।
Q3. 1 वर्षीय बीएड कोर्स कब से लागू होगा?
यह कोर्स 2026–27 सत्र से शुरू किया जाएगा।
Q4. क्या बीएड के लिए कोई आयु सीमा होगी?
नहीं, इस कोर्स के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं रखी गई है।
Q5. ITEP कोर्स कब से अनिवार्य होगा?
2030 से शिक्षक बनने के लिए ITEP कोर्स अनिवार्य कर दिया जाएगा।
